डायबिटीज के मरीजों के लिए बेस्ट डाइट प्लान चार्ट, जानें डॉ. दीपिका से...
डॉ. दीपिका
खान-पान का शरीर पर बहुत असर पड़ता है। यही नहीं खान-पान से ही बीमारियां होती हैं और खान-पान से ही बीमारियां दूर भी होती हैं। अमूमन देखा जाता है कि हर बीमारी के लिए अलग खान-पान बताया जाता है। अगर खान-पान उस बीमारी के अनुसार न हो तो बीमारी पर काबू पाना मुश्किल हो सकता है। बीमारी के दौरान जितनी महत्वपूर्ण दवाइयां होती हैं उतना ही महत्वपूर्ण खान-पान होता है। जैसे कि डायबिटीज के इलाज में संतुलित और नियंत्रित भोजन का अहम स्थान होता है। डायबिटीज के रोगी का एक सामान्य व्यक्ति की तरह ही खान-पान रहता है, बस इतना ध्यान देना है कि खाना निर्धारित मात्रा तथा समय पर लिया जाए।
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डाइट प्लान चार्ट-
1- चीनी एकदम नहीं खानी चाहिए और मीठे खाध पदार्थ जैसे मिठाइयां, आईस्क्रीम, गुड़ शक्कर, शहद, फलों का रस, मीठे पेय ( जैसे- कोल्ड ड्रिंक्स, शर्बत, शेक्स, आदि) का परहेज करें।
2- पूरे दिन में तेल और चिकनाई का सेवन मात्र 2-3 छोटे चम्मच ही करें ताकि एक महीने में एक व्यक्ति के लिए आधा लीटर तक ही खर्च हो। अच्छा होगा कि एक चम्मच सरसों का तेल, और एक चम्मच सफोला या कॉर्न या सूरजमुखी तेल बदल-बदल कर इस्तेमाल करें।
3- खाने वाली चीजें जो कैलोरी नहीं देती हैं उन्हें किसी भी समय पर खाया जा सकता है।, जैसे नींबू, पानी, सूप (बिना क्रीम वाला), मठ्ठा (सप्रैटा, दूध से बना), खीरा, ककड़ी, मूली इन्हें ज्यादा मात्रा में ले सकतें हैं।
4- डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए रेशायुक्त भोजन अधिक उपयोगी है। इसलिए अपने भोजन में इनकी मात्रा बढ़ाने से लाभ होता है। ये हमें आटे के चोकर, अनाज व दाल के छिल्के, हरी सब्जियां, छिलकों वाले फल, सलाद से प्राप्त होते हैं।
5- जड़ वाली सब्जियां जैसे- आलू, बन्डा, अरबी, शकरकंदी में शक्कर की मात्रा अधिक होती है इसलिए इनका परहेज करें। इसकी जगह हरी सब्जियां एंव हरी पत्तेदार साग का उपयोग करें।
6- आटे में चोकर की मात्रा एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इसके ज्यादा होने से रक्त में ग्लूकोज की मात्रा नियंत्रित रहती है। इसलिए इसके लिए आटे में 70% गेहूं का आटा, 20% चने का आटा व 10% जाऊ का आटा मिलाकर इस्तेमाल करें इससे आटे में प्रोटीन व रेशे की मात्रा अधिक हो जाएगी।
7- चर्बी युक्त भोजन का सेवन कम करना चाहिए। इसके लिए अंडे के पीली जर्दी का सेवन न करें। केवल सफ़ेद भाग ही खाएं। मुर्गा व मछली का सेवन कर सकते हैं। मुर्गा हफ्ते में दो बार और मछली रोज भी खा सकते हैं। बस इनको पकाते वक़्त तलें नहीं और कम तेल का उपयोग करें। जिस दिन मांसाहारी भोजन लें, उस दिन दाल न लें।
8- फल जैसे- सेब, संतरा, अमरुद, नाशपाती, मौसमी, पपीता, आदि 100-175 ग्राम तक ले सकते हैं।
9- नियमित सैर करें। रोज आधा घंटा तेज चाल से टहलने जाएं।
10- दूध मलाई उतारकर ही इस्तेमाल करें।
11- उपवास न रखें और न ही लगातार कई घंटों तक भूखे रहें।
12- आम, केला, लीची, चीकू, अंगूर, खरबूजा आदि न खाएं।
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